रविवार, अप्रैल 24, 2011

लघु कथा - 6

                        कर्त्तव्यनिष्ठ                              
एक शिक्षक दो घंटे अन्य अध्यापकों के साथ गप्पें हांककर कक्षा में नैतिक मूल्य की बातें बताने लगा -' बच्चो ईमानदार बनो , कभी झूठ मत बोलो ,चोरी बुरी आदत है ,स्वावलम्बी बनो और कर्त्तव्यनिष्ठ बनो .'
तभी एक बच्चा खड़ा होकर पूछने लगा -" सर ! कर्त्तव्यनिष्ठ क्या होता है ?"
' कर्तव्यनिष्ठ उसे कहते हैं जो अपने काम के प्रति ईमानदार हो .'- शिक्षक ने उत्साहित होकर कहा .
" सर ! इसका मतलब यह हुआ कि जो आप घण्टा-घण्टा बैठकर बातें करते हैं वह भी आपका काम होगा ."- बच्चे ने शिक्षक के चेहरे की तरफ देखते हुए कहा .
                   शिक्षक बच्चे के प्रश्न का जवाब सोचकर पशोपेश में पड़ गया .
                 
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