Sahitya Dhara
मंगलवार, फ़रवरी 21, 2012
दोहे
बूढ़े है तो क्या हुआ
, दिल तो अभी जवान
हसते हसते दिन कटे
,
जिंदगी वही महान |
* * * * *
हम अस्सी के है भले ,
दिल है बागो
बाग
दिलवर प्यारा जान से ,
यही हमारा
भाग |
* * * * *
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)